गुरुवार, 9 अगस्त 2012

गाय माता की महिमा


गाय माता की महिमा

इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ...२
गाय माता नी होती तो मरी जाता, इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ...२

कदी होती नी दुनिया म गाय माता, तो बैल्या कहाँ सी आवता, 
वावणी कसी हम करता, आग पेट की कसी हम बुझावता 
कसो होतो फिरि काम, पेट म पड़ी जाती लाम
गाय माता ख समझो तुम अन्नदाता 
इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०१|

गाय माता ख जो कोई पाळ,  उ घी दिया नित बाळ
वोको कटी जाय काळ, सदा रहय उ लाल गुलाल
उ तो पाव रोटी खीर, जसो राजा को वजीर 
गाय माता ख समझो तुम लक्ष्मी माता 
इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०२||

गौ माता को दूध बड़ो काम को, जसो होय रस पाका आम को 
गौ माता को दरसन चारइ धाम को, इनका शरीर म वास सुन्दर श्याम को 
देवता तैंतीस करोड़, वीराज जोड़ जोड़ 
इनका गुण न ख शेष शारदा गावता,
इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०3||

गाय का गोबर सी घर ख कदी लीपो, गौमातिर ख भी घर म छिंटो
घर लाग बड़ो नीको नीको, डर रहय नि काँटा कीड़ा को 
घर शुद्ध हुई जाय,  भुत प्रेत भागी जाय 
असी छम छम घर म आव लक्ष्मी माता 
इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०4|

इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता 
गाय माता नी होती तो मरी जाता 
जय गाय माता 

प्रस्तुति :
पंडित राजेंद्र दीनानाथ कराहे 
गूजरखेड़ी (पुनासा ) मध्य प्रदेश

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें