गाय माता की महिमा
इना
भारत मऽ सबसी बड़ी गाय माता ...२
गाय
माता नी होती तो मरी जाता, इना भारत म सबसी बड़ी गाय माता ...२
कदी
होती नी दुनिया मऽ गाय माता, तो बैल्या कहाँ सी
आवता,
वावणी
कसी हम करता, आगऽ पेट की कसी हम
बुझावता
कसो
होतो फिरि काम, पेट मऽ पड़ी जाती लाम
गाय
माता खऽ समझो तुम अन्नदाता
इना
भारत म सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०१|
गाय
माता खऽ जो कोई पाळ, उ घी दिया नित बाळ
वोको
कटी जाय काळ, सदा रहय उ लाल गुलाल
उ तो
पाव रोटी खीर, जसो राजा को वजीर
गाय
माता खऽ समझो तुम लक्ष्मी माता
इना
भारत मऽ सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०२||
गौ
माता को दूध बड़ो काम को, जसो होय रस पाका आम को
गौ
माता को दरसन चारइ धाम को, इनका शरीर मऽ वास सुन्दर श्याम को
देवता
तैंतीस करोड़, वीराऽज जोड़ जोड़
इनका
गुण नऽ ख शेष शारदा गावता,
इना
भारत मऽ सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०3||
गाय
का गोबर सी घर ख कदी लीपो, गौमातिर ख भी घर मऽ छिंटो
घर
लाग बड़ो नीको नीको, डर रहयऽ नि काँटा कीड़ा को
घर
शुद्ध हुई जाय, भुत प्रेत भागी जाय
असी
छम छम घर मऽ आव लक्ष्मी माता
इना
भारत म सबसी बड़ी गाय माता ..... ||०4|
इना
भारत म सबसी बड़ी गाय माता
गाय
माता नी होती तो मरी जाता
जय गाय माता
प्रस्तुति :
पंडित राजेंद्र दीनानाथ कराहे
गूजरखेड़ी (पुनासा ) मध्य प्रदेश