शुक्रवार, 13 मार्च 2009


श्री बजरंग स्तुति




बजरंग बली मेरी नाव चली, जरा बल्ली से पार लगा देना

मुझे रोग न शोक न घेर लिया, मेरे ताप को नाथ मिटा देना

बजरंग बली मेरी नाव चली ......... १


मै दास तो आपका जन्म से हूँ, बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ

बेशर्म विमुख निज कर्म से हूँ, चित से मेरा दोष भुला देना

बजरंग बली मेरी नाव चली ................२


दुर्बल हूँ गरीब हूँ दीन हूँ मै , निज कर्म क्रियागति क्षीण हूँ मै

बलवीर तेरे आधीन हूँ मै , मेरी बिगड़ी हुई को बना देना

बजरंग बली मेरी नाव चली ................. ३


बल दे के मुझे निर्भय कर दो , यश शक्ति मेरी अक्षय कर दो

मेरे जीवन को सुखमय कर दो , संजीवन लाय पिला देना

बजरंग बली मेरी नाव चली .............४


करूणानिधि आपका नाम भी है , शरणागत राधेश्याम भी है

इसके अतिरिक्त यह काम भी है, सियारामजी से मोह मिला देना

बजरंग बली मेरी नाव चली जरा बल्ली से पार लगा देना ५

सियावर रामचंद्र की जय

ब्रह्मलीन परमपूज्यनीय श्री श्री १००८ संत श्री बाबा मोहनदासजी महाराज

सत्यनारायण मन्दिर सनावद